दिल तो बच्चा है जी ...

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Film - Ishqiya (2010)
Lyrics - Gulzar
Singer(s) - Rahat Fateh Ali Khan
Music Director : Vishal Bhardwaj
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ऐसी उलझी नज़र उनसे हटती नहीं
दाँत से रेशमी डोर कटती नहीं
उम्र कब की बरस के सुफेद हो गयी
कारी बदरी जवानी की छटती नहीं
वल्ला ये धड़कन, बढ़ने लगी है
चेहरे की रंगत उड़ने लगी है
डर लगता है तनहा सोने में जी
दिल तो बच्चा है जी
दिल तो बच्चा है जी
थोडा कच्चा है जी
हाँ दिल तो बच्चा है जी
ऐसी उलझी नज़र उनसे हटती नहीं
दाँत से रेशमी डोर कटती नहीं
उम्र कब की बरस के सुफेद हो गयी
कारी बदरी जवानी की छटती नहीं
रा रा रा ..

किसको पता था पहलू में रक्खा
दिल ऐसा पाजी भी होगा
हम तो हमेशा समझते थे कोई
हम जैसा हाजी ही होगा
आये जोर करे, कितना शोर करे
बेवजा बातों पे ऐंवे गौर करें
दिल सा कोई कमीना नहीं
कोई तो रोके, कोई तो टोके
इस उम्र में अब खाओगे धोखे
डर लगता है इश्क करने में जी
दिल तो बच्चा है जी
दिल तो बच्चा है जी
थोडा कच्चा है जी
हाँ दिल तो बच्चा है जी

ऐसी उदासी बैठी है दिल पे
हसने से घबरा रहे हैं
साड़ी जवानी कतरा के काटी
पीरी में टकरा गए हैं
दिल धड़कता है तो ऐसे लगता है वो
आ रहा है यहीं देखता ही न हो
प्रेम की मारे कटार रे
तौबा ये लम्हें कटते नहीं क्यूँ
आँखें से मेरी हटते नहीं क्यूँ
डर लगता है मुझसे कहने में जी
दिल तो बच्चा है जी
दिल तो बच्चा है जी
थोडा कच्चा है जी
हाँ दिल तो बच्चा है जी

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