गंगा आए कहाँ से ...

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Film - Kabuliwala (1961)
Lyrics - Gulzar
Singer(s) - Hemant Kumar
Music Director : Salil Choudhury
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[गंगा आए कहाँ से, गंगा जाए कहाँ रे
आए कहाँ से, जाए कहाँ रे
लहराए पानी में जैसे धूप छाँव रे]-3

[रात कारी दिन उजियारा मिल गए दोनों साए]-२
साँझ ने देखो रंग रूप के कैसे भेद मिटाए रे
लहराए पानी जैसे धूप छाँव रे

गंगा आए कहाँ से, गंगा जाए कहाँ रे
आए कहाँ से, जाए कहाँ रे
लहराए पानी में जैसे धूप छाँव रे

[काँच कोई माटी कोई रंग बिरंगे प्याले]-२
प्यास लगे तो एक बराबर जिस में पानी डाले रे
लहराए पानी में जैसे धूप छाँव रे

गंगा आए कहाँ से, गंगा जाए कहाँ रे
आए कहाँ से, जाए कहाँ रे
लहराए पानी में जैसे धूप छाँव रे

[नाम कोई बोली कोई लाखों रूप और चहरे]-२
खोल के देखो प्यार की आँखें सब तेरे सब मेरे रे
लहराए पानी में जैसे धूप छाँव रे

गंगा आए कहाँ से, गंगा जाए कहाँ रे
आए कहाँ से, जाए कहाँ रे
लहराए पानी में जैसे धूप छाँव रे

गंगा आए कहाँ से, गंगा जाए कहाँ रे

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